Saturday 17 December 2011

करनाल जिला में कर्मयोगी योजना की शुरूआत

करनाल 
उपायुक्त श्रीमती नीलम प्रदीप कासनी ने लोगों को बेहतरीन सार्वजनिक सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश में एक नई पहल करते हुए करनाल जिला में कर्मयोगी योजना की शुरूआत की है। इस योजना के अन्तर्गत सेवानिवृत अधिकारी व कर्मचारी, जिन्हें प्रशासन नेकर्मयोगी की संज्ञा दी है, अब वे सरकारी कार्यालयों में लोगों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करेंगे तथा सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके।
श्रीमती कासनी आज यहां पंचायत भवन में हरियाणा सिविल पैंशनर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा पैंशनर दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी। इस मौके पर उपायुक्त ने कर्मयोगी योजना को अमलीजामा पहनाते हुए 10 ऐसे कर्मयोगियों को भिन्न-भिन्न विभागों में सेवाएं देने के लिए प्रशासन की ओर से पहचान पत्र जारी किए । इसके अलावा कार्यालयों में कर्मयोगियों की अलग से पहचान के लिए एक जाकेट भी प्रदान की है, जाकेट पर कर्मयोगी अंकित है। उन्होंने कहा कि ये कर्मयोगी कार्य दिवसों के दौरान कार्यालय में आने वाले लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करेंगे तथा उन्हें सही मार्गदर्शन देंगे ताकि सूचनाओं के अभाव में कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से वंचित ना रहे।
        उपायुक्त ने सेवानिवृत अधिकारी व कर्मचारियों का आहवान करते हुए कहा कि वे सेवानिवृति के बाद अपने आपको बेकार न समझे, बल्कि अपनी बुद्धि, ज्ञान व अनुभव के आधार पर समाज को एक नई दिशा दें तथाअपनी सोच में परिवर्तन लाये। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक सदैव परिवार व समाज के प्रेरणा-स्त्रोत होते हैं इसलिए युवा पीढ़ी को इन नागरिकों के जीवन के अनुभव का भरपूर लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को बीमारियों से घबराना नहीं चाहिए। बीमारियां केवल बुढ़ापे में नहीं आती ये तो हर इंसान की जिन्दगी से जुड़ी हुई है। जो  व्यक्ति पैदा हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को मानसिक व शारीरिक तौर पर स्वतंत्रता से जीवन का भरपूर आन्नद लेना चाहिए और जीवन को निरर्थक न समझे। आत्म-सम्मान को जितना मजबूत करेंगे, उतना ही आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकारी कार्यालयों में एक अलग से खिडक़ी की व्यवस्था की हुई है ताकि उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े।
        इस अवसर पर श्रीमती कासनी ने एसोसिएशन की ओर से रखी गई अधिकांश समस्याओं व मांगों का मौके पर ही समाधान कर दिया तथा शेष समस्याओं के समाधान के लिए सरकार के पास भेजने का भरोसा दिया। उपायुक्त ने इस मौके पर एसोसिएशन की ओर से 5 विशिष्ट अतिथियों को भी एक स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
        इस कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी बलजीत सिंह ग्रेवाल ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रदेश में चलाई जा रही जन-कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया कि राज्य सरकार ने बुढ़ापा पैंशन योजना, वरिष्ठ नागरिकों को नि:शुल्क नजर के चश्में, हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में वरिष्ठ महिला नागरिकों को 50 प्रतिशत नि:शुल्क यात्रा सुविधा योजना, वरिष्ठ नागरिक डे केयर क्लब, वरिष्ठ नागरिक पहचान पत्र योजना, माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम 2007, वरिष्ठ नागरिकों के लिए कष्ट निवारण समिति का गठन किया गया है। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों को पुरस्कार देने की योजना भी लागू है। इस योजना के अन्तर्गत वरिष्ठ नागरिकों को चौधरी रणबीर सिंह सेंटीनेरियन अवार्ड, मदर टेरेसा अवार्ड, सरदार वल्लभ भाई पटेल अवार्ड, महात्मा गांधी पंचायत अवार्ड तथा महात्मा ज्योति फुल्ले लाईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड के तहत एक-एक लाख रुपये की राशि का नकद ईनाम दिया जाता है। 
        कार्यक्रम में एसोसिएशन के अध्यक्ष एच.पी.बबर ने आए हुए अतिथिओं का स्वागत किया तथा मुख्यातिथि को अपना मांग-पत्र सौंपा। उन्होंने अपने सम्बोधन में पैंशनरों की मांग को प्रमुखता से उठाया। इस कार्यक्रम को सम्बोधित करने वालों में समाजसेवी एस.पी.चौहान, एडवोकेट सुरेश खन्ना, एसोसिएशन के पदाधिकारी एच.एल.रत्ता, एम.आर. बंसल, महासचिव इंजीनियर आर.के.सिक्का, अर्पणा अस्पताल की मेडिकल सुपरिन्टेन्डेट डाक्टर तनु गोयल व प्रशासक कर्नल मनप्रीत, ब्रहमकुमारी आश्रम के प्रतिनिधि मेहर चंद  शामिल थे। इस अवसर पर एसोसिएशन के पेटर्न आर.के.गर्ग, कोषाध्यक्ष पूर्ण चावला, अशोक चावला, सी.पी.दुआ, एच.आर.सेठी, सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी महेन्द्र प्रताप व एस.के.गोयल, एस.एन.विज, रामभज चुघ, जिला समाज कल्याण विभाग के लेखाकार जोगी राम सहित पंजाब, हिमाचल व हरियाणा प्रदेश के अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
     

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