Friday 10 February 2012

शहरों की तरफ बढ़ रहे रुझान पर जताई चिंता।

  विजय कम्बोज इन्द्री
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के पूर्व चेयरमैन प्रो. विनय कुमार अस्थाना ने कहा कि गांव के लोगों का शहरों की तरफ बढ़ रहे रूझान से शहरों व गांवों में एक असंतुलन की स्थितियां बन गई हैं।  इसे दूर करने के प्रयास करने की जरूरत है। वे स्थानीय शहीद उधम सिह राजकीय महाविधालय में आयोजित सेमिनार में संबोधित कर रहे थे। बढ़ रहे शहरीकरण विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री भीम सेन मेहता ने शिरकत कर संबोधित किया। सेमिनार हरियाणा दिल्ली और कुछ अन्य शहरी क्षेत्रों में हुए सर्वे पर आधारित था। महाविद्यालय के प्रिसींपल डॉ. एसके गुप्ता ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया । मुख्यअतिथि ने दीप प्रज्जवलित  कर कार्यक्रम की शुरूआत की। उसके बाद सरस्वती वदंना की गई । सेमिनार को महाविधालय के भुगोल विभाग द्वारा आयोजित किया गया ।

                    विनय कुमार अस्थाना ने भारत में बढ़ रहे शहरीकरण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शहरी करण विकास के लिए जरूरी भी है , इसे बंद नहीं जा सकता वहीं इससे पैदा होने वाली समस्याओं का निदान करना जरूरी है । युवा वर्ग गंाव की बजाए शहर में रहना ज्यादा पसंद करते हैं । गांवों से शहरों की तरफ पलायन बढऩे से शहरों में  समस्याएं बढऩे लगी हैं। इस असंत़ुलन को रोकने के लिए सरकार द्वारा काफी प्रयास किए जाने जरूरी हैं। इस असंतुलन को दूर करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया करवानी होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में नए उधोग स्थपित करके रोजगार के नए अवसर पैदा करने होगें। भारत सरकार द्वारा पर नियंत्रण करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कईं  स्कीमों को लागू किया गया है । जिसमें मनरेगा मुख्य रूप में शामिल है इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली पैदावार जैसे फल फूल सब्जियों से संबंधित उद्योग धंधे लगा कर ग्रामीण युवाओ को रोजगार के मौके प्रदान कि ए जा सकते हैं । कुछ आधुनिक सुविधाएं देकर ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोकने में सफलता हासिल की जा सकती है ।


           प्रो. एमएल हसन ने कहा कि इस रुझान से पैदा हुई समस्याओं पर ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाएं देकर काबू पाया जा सकता है। इस अवसर पर कई अन्य शिक्षविदों ने अपने विचार रखें । सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के भुगोल विज्ञान के पूर्व चेयरमैन प्रो. विनय कुमार अस्थाना, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के प्रो. एमएलहसन , डॉ.आईजे नागपाल , प्रो एसके मेहला सहित कईं शिक्षाविदों ने भाग लिया । इस मौके पर कॉलेज के डॉ. नवीन बतरा, डॉ. निधी शर्मा, डॉ.रमेश कुमार धीमान, डॉ.राजपाल,डॉ. रणबीर सिह, मैडम बलजिन्द्र कौर , जितेन्द्र कुमार, मैडम पूनम, मैडम मधुलिका, डॉ. सुरेश कुमार, विकास सहित काफी सख्यां में अन्य कॉलेजों से आये अन्य प्रो. मौजूद थे।

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